महर्षि विभाण्डक का अर्थ
[ mhersi vibhaanedk ]
महर्षि विभाण्डक उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक महर्षि:"महर्षि विभांडक का वर्णन पुराणों में मिलता है"
पर्याय: महर्षि विभांडक, विभांडक, विभांडक ऋषि, विभाण्डक, विभाण्डक ऋषि
उदाहरण वाक्य
- ऋष्यश्रृंग के पिता का नाम महर्षि विभाण्डक था।
- महर्षि विभाण्डक का आश्रम अंगदेश वर्तमान में बिहार के कोशी नदी के तट पर है।
- महर्षि विभाण्डक ऋषि श्रृंग को खोजते हुए गांवों में सत्कार पाते हुए अंग देश की राजधानी पहुंचे तो राजा रोमपाद ने अत्यंत श्रद्धा एवं समारोह से उनका स्वागत किया।
- उनके पिता महर्षि विभाण्डक - ब्रह्माजी के मानस पुत्र मरीचि के पौत्र व कश्यप मुनि कि पुत्र थे जो परम तपस्वी , वेदों के महान विद्वान एवं ब्रह्मनिष्ठ ऋषि थे।
- श्री राम प्रकाश उपाध्याय , हैदराबाद (इस लेख के शोध संग्रह एवं संकलनकर्ता) के अनुसार सकल सृष्टि के रचयिता परमपिता ब्रहा् के मानस पुत्र महर्षि मरीचि और महर्षि मरीचि के के पुत्र कश्यप हुए तथा महर्षि विभाण्डक कश्यप ऋषि के पुत्र हुए ।